World Diabetes Day, डाइबिटीज से जुड़ी कुछ खास बातें जिसे जानना आपके लिए बेहद जरुरी है.

World Diabetes Day

world diabetes day: हर साल 14 नवम्बर को world diabetes day के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 2023 विश्व मुधुमेह दिवस का थीम एक्सेस टू डायबिटीज केयर’ (Access To Diabetes Care) है।

World Diabetes Day आइसोडेक ने बनाया नया इंसुलिन

 इस साल मधुमेह दिवस पर मधुमेह और हृदय अनुसंधान केंद्र धनबाद और धनबाद एक्शन ग्रुप ने झारखंड में मधुमेह पर डॉ एनके सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारी आरएसएसडीआई (डायबिटीज के अध्ययन के लिए अनुसंधान सोसायटी) ने मधुमेह से सम्बंधित कई बातों का जिक्र किया।

 डॉ. सिंह ने बताया कि इंसुलिन आइसोडेक ने एक नया आविष्कार किया है जो 2024 के अंत तक उपलब्ध हो सकता हैं। इस इंसुलिन को हफ्ते में केवल एक बार दिया जा सकता है। डॉ एनके सिंह ने परीक्षण में पाया गया है कि प्रतिदिन देने वाले basal इंसुलिन की तुलना में यह नया इंसुलिन उतना ही कारगर एवं सुरक्षित है। 

आज प्रतिदिन इंसुलिन लेने वाले लोग इसे लेने में आनाकानी करते है लेकिन नए इंसुलिन को हफ्ते में एक बार लेना आसान और उपयोगी होगा।

World Diabetes Day

पूर्व में इंसुलिन लेने वाले लोगो को साल में 365 बार इंसुलिन लेना पड़ता था, लेकिन नए इंसुलिन को सिर्फ 52 बार ही देना होगा। आज डायबिटीज के इलाज में सबसे महत्वपूर्ण दवा एसजीएलटी (SGLT2 inhibitor) है जिसमें Empagliflozin, Dapagliflozin and Canagliflozin का कम्पोजिसन होता है, जो डायबिटीज के मरीजों में होने वाले जानलेवा दुष्परिणाम जैसे कि हार्ट फेल होना या फिर किडनी का फेल होना, उससे यह बचाता है। इस दवा को लेने से मरीजों का जीवन लगभग 15 साल तक बढ़ सकता है।

आज अनडिस्प्यूटेड तौर पर यह दवा डायबिटीज के मरीजों को देने की बात हो रही है. इस दवा के कारण कुछ मरीजों के मूत्र में इंफेक्शन और यौन अंगों पर कुछ जेनिटल ट्रैक्ट इनफेक्शन जेनिटलहोने का डर बना रहता है ऐसा खतरा कम रहता है।

डॉ एनके सिंह की संरक्षण में भारत में एक महत्वपूर्ण स्टडी की गई है और इसमें लगभग 16000 मरीज का डाटा लिया गया है और उसमें यूरिनरी ट्रैक्ट और जेनिटल ट्रैक्ट इनफेक्शन होने के, इंसीडेंस और अन्य दवाइयों जैसे ग्लिप्टिन देने से क्या सुरक्षा मिलती है इस पर अध्ययन किया गया है। 

अभी हाल में 11 नवंबर को अमेरिकन Food and Drug Administration FDA द्वारा रिसर्च किया गया है कि त्रिज्यिपेटाइट दवा डायबिटीज के मरीजों में अगर मोटापा है तो उसके लिए यह दवा अत्यंत उपयोगी होगी और इसका इंजेक्शन मात्र हफ्ते में एक बार लेना पड़ेगा और इसके वजह से 5 किलो से लेकर 10 किलो तक वजन घट जायेगा।

 डायबिटीज के मरीजों में पेनक्रियाज के बीटा (Beta) सेल में और लीवर में चर्बी जमा होती है जो मोटापा का मुख्य कारण बनता जा रहा है। इस इन्सुलिन को लेने से फैट घटेगा और ये मरीजों के फ्यूचर के लिए वरदान साबित हो सकती है। अब एक और नई दवा IMEGIMILIN भारत के बाजारों में उपलब्ध है जो सुरक्षित दवा है।

 

2024 आने वाला है और मधुमेह के रोगियों के लिए सबसे बड़ी बात फिर भी वही है की हर मरीज को पर्याप्त व्यायाम की जरूरत है इसके बिना शुगर का नियंत्रण और शरीर में होने वाले दुष्परिणामों को रोकना संभव नहीं है। व्यायाम और Yoga के द्वारा मधुमेह से बहुत हद तक बचा जा सकता है एवं जिन लोगो को मधुमेह है उनके सुगर लेवल को कंटोल किया जा सकता है। 

हमें प्रति दिन 1 घंटे एरोबिक्स, 1 घंटे रोज फास्ट वॉक या दौड़ने से या फिर बैडमिंटन खेलने से सुगर लेवल पर बहुत हद तक कण्ट्रोल होता है। इस फास्ट फूड के कल्चर में मधुमेह एक आम बीमारी हो गयी है लेकिन प्रतिदिन 10 से 15 मिनट का व्यायाम आपके सुगर लेवल को कंट्रोल कर सकता है।

योग पर भी अभी बहुत से रिसर्च चल रहे हैं और खासकर सूर्य नमस्कार का अगर 12 राउंड किया जाए तो इन्सुलिन लेने वाले मरीजो को बहुत हद तक रहत मिलती है और धीरे धीरे इन्सुलिन के डोज को कम किया जा सकता है, इस लिए आपको प्रतिदिन कम से कम 12 बार सूर्य नमस्कार करना चाहिये जो शुगर को बहुत अच्छी तरह नियंत्रित करता है। 

सुबह का एक्सरसाइज करें या शाम को भी किया गया एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद पाया जाता है लेकिन जो भी समय चुने उसे अपना रूटिंग बना लें। एक्सरसाइज बिलियन डॉलर ड्रग है लेकिन मरीज इसे करना पसंद नहीं करते है जिस कारण आज भारत के सुगर के मरीजो को संख्या लगातार बड़ रही है। 

डाइट पर भी लगातार रिसर्च चल रहा है और ऐसा माना जाता है कि अगर आप शाम को 6 बजे से पहले भोजन कर लेते है तो वो आपके लिए और आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदे मंद है। क्रोनो न्यूट्रिशन और तले हुए चीजों का कम से कम प्रयोग ताजी सब्जियों फलों का उपयोग बादाम आदि का प्रयोग काफी उपयोगी पाया गया है।

World Diabetes Day पर

 इस साल मधुमेह दिवस पर मधुमेह और हृदय अनुसंधान केंद्र धनबाद और धनबाद एक्शन ग्रुप ने झारखंड में मधुमेह पर डॉ एनके सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारी आरएसएसडीआई (डायबिटीज के अध्ययन के लिए अनुसंधान सोसायटी) ने मधुमेह से सम्बंधित कई बातों का Diabetesजिक्र किया। डॉ० सिंह ने बताया कि इंसुलिन आइसोडेक ने एक नया आविष्कार किया है जो 2024 के अंत तक उपलब्ध हो सकता हैं।

इस इंसुलिन को हफ्ते में केवल एक बार दिया जा सकता है। डॉ एनके सिंह ने परीक्षण में पाया गया है कि प्रतिदिन देने वाले basal इंसुलिन की तुलना में यह नया इंसुलिन उतना ही कारगर एवं सुरक्षित है। आज प्रतिदिन इंसुलिन लेने वाले लोग इसे लेने में आनाकानी करते है लेकिन नए इंसुलिन को हफ्ते में एक बार लेना आसान और उपयोगी होगा।

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